
यश कायरकर (जिला प्रतिनिधी):
ब्रम्हपुरी वन विभाग अंतर्गत उत्तर ब्रम्हपुरी वन परिक्षेत्र में आज 13 एप्रिल को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहाँ महुआ बीनने जंगल में गए 60 वर्षीय बुजुर्ग विनायक विठोबा जांभुळे पर बाघ ने हमला कर दिया। इस हमले में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
यह घटना रविवार सुबह की है जब चिचखेड़ा निवासी विनायक जांभुळे जंगल के कक्ष क्रमांक 1006 में महुआ बीनने गए थे। इस दौरान जंगल में विचरण कर रहे बाघ ने उन पर हमला किया और शरीर को क्षत-विक्षत अवस्था में छोड़ दिया। जब वे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की और उनका शव जंगल में मिला।
सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी नरड, वनकर्मी और पुलिस दल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए ब्रम्हपुरी उपजिला अस्पताल भेज दिया है।
गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में यह तीसरी घटना है जिसमें महुआ या तेंदूपत्ता बीनने गए ग्रामीण बाघ का शिकार बने हैं। इससे पूर्व एक महिला समेत दो अन्य ग्रामीणों की भी जान जा चुकी है।
वन विभाग द्वारा लगातार यह अपील की जा रही है कि महुआ और तेंदूपत्ता बीनने के लिए जंगल में जाते समय अत्यधिक सावधानी बरतें और संभव हो तो अकेले न जाएं। वन परिक्षेत्र अधिकारी नरड ने लोगों से आग्रह किया है कि इस मौसम में वन्यजीवों की गतिविधि बढ़ जाती है, जिससे खतरा अधिक रहता है।
