
गडचिरोली: आलापल्ली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी योगेश शेरेकर अपने कार्य काल मे किए विभिन्न कार्यो मे करोडो रुपयों का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया गया और विस्तृत जांच करने के बाद 9 अगस्त 2023 से दोषी वनअधिकारी को निलंबित करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय सरपंच परिषद द्वारा मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के सामने पिछले 14 दिनो से अनिश्चित काल के लिए अनशन सुरू किया गया था।
अनशन के 14 वे दिन वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस विषय को गंभीरता से लेते हुए 22 ऑगस्ट 2023 को मंगलवार रोज वनपरिक्षेत्र अधिकारी योगेश शेरेकर को आखिर निलंबित करने का आदेश मुख्य वनसंरक्षक ने जारी किया ।
उक्त घटना की कारवाई की मांग को लेकर योगाजी कुडवे के नेतृत्व मे 9 अगस्त से मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय सामने अनशन शूरू किया गया था।
वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा किसी भी तरह की कोई कारवाई न किए जाने पर आंदोलन अभिक्रिया तीव्र करते हुए वही आंदोलन के दौरान भीक मांगो आंदोलन, ढोल बजाओ आंदोलन किया गया और आखीर अर्ध नग्न आंदोलन करने के पश्चात वन प्रशासन के मुख्य वन वनसंरक्षक एस. रमेश कुमार ने आलापल्ली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी योगेश शेरेकर को निलंबित किया गया।
इस अवसर पर आंदोलनकारी योगाजी कूडवे, रवींद्र सेलोटे, नीलकंठ संदोकर, चंद्रशेखर शिडाम आकाश मत्तामी, प्रणय खुने, शंकर ढोलके, विलास भानारकर सविस्तर जानकारी देने के लिए उपस्थित थे ।
