
जिला प्रतिनिधी (यश कायरकर):
02 जनवरी 2025 को नव वर्ष के पहले सप्ताह में एक वाघ की मृत्यू का मामला सामने आया। सिंदेवाही वनक्षेत्र के उपक्षेत्र में नियमित गस्त के दौरान बिट वनरक्षक को मौजा लाडबोरी शेतशिवार में रमेश पांडूरंग गंडाईत के खेत के पास सरकारी नाले के समीप एक वाघ मृत अवस्था में मिला। यह जानकारी मिलते ही सिंदेवाही के वनक्षेत्र अधिकारी विशाल सालकर, क्षेत्र सहायक एन. टी. गडपायले, वनरक्षक फुलझले, अन्य कर्मचारी और आर.आर.यू. सिंदेवाही के वनकर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।
जानकारी मिलने के बाद वनविभाग के कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। इनमें राकेश सेपट, उपवनसंरक्षक, ब्रम्हपुरी वनविभाग, एम. बी. चोपडे, सहायक वनसंरक्षक (प्रादेशिक और वन्यजीव), ब्रम्हपुरी वनविभाग, महेश गायकवाड, सहायक वनसंरक्षक (तेंदू), ब्रम्हपुरी वनविभाग, डॉ. रविकांत खोब्रागडे, पशु चिकित्सा अधिकारी (वन्यजीव), TATR चंद्रपुर, चंद्रपुर NTCA के प्रतिनिधि बंडु धोतरे, मानद वन्यजीव रक्षक, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) के प्रतिनिधि मुकेश भांदककर, NGO स्वॉब नेचर केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष यश कायरकर, स्वाब के बचाव दल प्रमुख जिवेश सयाम, छत्रपती रामटेके, RRT टीम चंद्रपुर, राकेश अहुजा, जीवविज्ञानी, ब्रम्हपुरी वनविभाग, डॉ. सुरपाम, पशुधन विकास अधिकारी, पंचायत समिति, सिंदेवाही, डॉ. शालीनी लोंढे, पशु चिकित्सा अधिकारी, सिंदेवाही, और डॉ. बजरंग सावरे, पशु चिकित्सा अधिकारी, पेटगांव शामिल थे।
वाघ के शव का निरीक्षण और पोस्टमॉर्टम किया गया। मृत वाघ (नर) लगभग 14 से 15 वर्ष का था और उसकी मृत्यु 10 से 12 दिन पहले हुई प्रतीत होती है। वाघ का शरीर, दांत, नाखून और मूंछें पूरी तरह से स्वस्थ थीं, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वाघ की मृत्यु वृद्धावस्था के कारण हुई थी।
वन अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारियों की उपस्थिति में पंचनामे के तहत घटना की जांच की गई। पशु चिकित्सा अधिकारियों द्वारा शव का पोस्टमॉर्टम किया गया और उत्तरिय परीक्षण के लिए विसेरा लिया गया। विसेरा को सिलबंद कर पंचनामे के समक्ष पशु चिकित्सा अधिकारियों को सौंपा गया। शवविच्छेदन और अन्य सभी प्रक्रियाओं के बाद मृत वाघ का दहन किया गया।
इस घटना के संबंध में व्ही. पी. फुलझले, वनरक्षक, सिंदेवाही ने वन अपराध संख्या 09126/228143 के तहत 02.01.2025 को मामला दर्ज किया। आगे की जांच जारी है। मृत वाघ के विसेरा को प्रयोगशाला में भेजा गया है, और अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद मृत्यु के कारण का पता लगाया जाएगा।
