गडबोरी में दूसरा भी बिबट पकड़ा गया, ग्रामीणों ने ली राहत की साँस

0
155

यश कायरकर (जिल्हा प्रतिनिधी):

सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत नवरगांव उपक्षेत्र के गडबोरी गांव में हाल ही में हुई दर्दनाक घटना के बाद वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। यहाँ बालक प्रशिल बबन मानकर (आयु 7 वर्ष) पर बिबट द्वारा हमला कर उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद वन विभाग ने नर बिबट को पहले ही पकड़ लिया था। अब उसी का जोड़ीदार मादा बिबट भी पकड़ा गया है।

घटना का विवरण

18 सितम्बर 2025 को प्रशिल मानकर अपने काका के साथ गणेशोत्सव में महाप्रसाद लेकर लौट रहा था, तभी नाचनभट्टी क्षेत्र में बिबट ने उस पर अचानक हमला किया। बिबट बालक को घसीटते हुए पहाड़ी इलाके में ले गया और उसकी मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने तुरंत बिबट को पकड़ने की मुहिम शुरू की।

नर बिबट पकड़ा गया

घटना के महज़ तीन दिन बाद, 21 सितम्बर 2025 को नर बिबट पिंजरे में कैद किया गया। उसे सुरक्षित रूप से टीटीसी (TTC) चंद्रपुर भेज दिया गया।

मादा बिबट पर भी सफलता

नर बिबट पकड़े जाने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र में पशुधन पर हमले जारी रहे। तब वन विभाग ने यह मानकर कार्रवाई शुरू की कि उसकी जोड़ीदार मादा बिबट भी आसपास है। इसके लिए पिंजरे, ट्रैप कैमरे और लाइव कैमरे लगाए गए।
अंततः 2 अक्टूबर 2025 की सुबह कोलासुर किले के पास बने एक प्राकृतिक गोठे में 4 वर्षीय मादा बिबट फंस गई।

बेहोश कर सुरक्षित पकड़

तत्काल TATR चंद्रपुर की विशेष टीम को बुलाया गया। डॉ. रविकांत खोब्रागडे (पशुचिकित्सक, वन्यजीव) और शूटर अजय मराठे ने टीम सहित मौके पर पहुँचकर रायफल से मादा बिबट को बेहोश किया और सुरक्षित रूप से पिंजरे में कैद किया। इसके बाद उसे भी TTC चंद्रपुर भेज दिया गया।

अभियान में सहभागिता

यह सफल मुहिम डॉ. कुमारस्वामी (उपवनसंरक्षक, ब्रम्हपुरी), डॉ. एम.बी. गायकवाड़ (सहायक वनसंरक्षक, तेंदू), तथा अरविंद जे. (सहायक वनसंरक्षक, प्रादेशिक व वन्यजीव) के मार्गदर्शन और अंजली सायंकार (वनपरिक्षेत्र अधिकारी, सिंदेवाही) के नेतृत्व में पूरी की गई।
इसमें वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, स्वाब नेचर फाउंडेशन की बचाव टीम, RRU टीम सिंदेवाही, वाहन चालक, PRT टीम और हंगामी मज़दूरों का विशेष योगदान रहा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here