पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र मे एक वन्यजीव अभयारण्य मे अपना घर छोडकर 3,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा नऊ महिने मे तय करने के बाद बुलढाणा जिले के ज्ञानगंगा अभयारण्य में बसने साडे तीन साल का नर बाघ सी -1 पिछले कुछ महीनों से लापता है। हालांकि, वन्यजीव विभाग ने दावा किया कि बाघ के अस्तित्व के संकेत थे। पांच साल पहले, ‘जय’ नामक एक बाघ उमरेड-करंडला अभयारण्य से लापता हो गया था। आशंका है कि ‘सी -1’ के मामले में ‘जय’ को दोहराया नहीं जाएगा। इस घटना ने राज्य में बाघों के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।